रायपुर/बिलासपुर/ भिलाई. प्रदेश में बेकाबू होते कोरोना वायरस से लड़ने के लिए प्रशासन ने कमर कस ली है। कई जिलों में नगरीय निकायों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर टोटल लॉकडाउन की शुरुआत हो चुकी है। रायपुर में टोटल लॉकडाउन के पहले दिन मंगलवार को जहां पुलिस ने थोड़ी नरमी दिखाते हुए बिना मास्क पहने लोगों पर चालान की कार्रवाई की तो दुर्ग जिले में बुधवार से लगने वाले टोटल लॉकडाउन से पहले जरूरत का सामान खरीदने के लिए लोग बाजार में उमड़ पड़े।
वहीं बिलासपुर संभाग के छह में से पांच जिलों और सरगुजा संभाग के पांच में से चार जिलों के नगरीय निकायों को कंटेनमेंट जोन घोषित कर लॉकडाउन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। साथ ही कहा जा रहा है कि सरकार को और भी सख्त कदम उठाने चाहिए, जिससे कि त्योहारों के समय खुशियां मनाई जा सके।
खुशियों को अनलॉक करने संयम जरूरी
बालोद, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार, गरियाबंद में बुधवार से लॉकडाउन लग रहा है। वहीं कवर्धा, बेमेतरा में लॉकडाउन जारी है। कांकेर जिले में बुधवार से कंटेनमेंट जोन घोषित कर कुछ पाबंदियों लगाई जा रही हैं। ज्यादातर कलेक्टरों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से कोरोना संक्रमण की ब्रेक की स्थिति बनती है। राजनांदगांव में 18 सितंबर तक लॉकडाउन लगा था, वहां के कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा का कहना है कि इससे संक्रमण की दर कम हुई है। धमतरी कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य का कहना है कि सिर्फ लॉकडाउन से संक्रमण नहीं रोका जा सकता। दशहरा-दिवाली त्योहारों पर खुशियां हों लॉक इसलिए सभी को 'संयम' का लॉकडाउन जरूरी है।
रायपुर में आज से ज्यादा सख्ती
राजधानी रायपुर में लॉकडाउन के पहले दिन मास्क नहीं पहनने वाले 112 लोगों का चालान किया गया। सुबह से पुलिस की टीमें तैनात थीं। प्रशासन का कहना है कि पहला दिन था इसलिए ज्यादा सख्ती नहीं बरती गई है। बुधवार से प्रशासन फुल एक्शन में होगा और बेवजह घूमने वालों पर महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
राजधानी में बुधवार से सख्ती की जाएगी और बेवजह घूम रहे लोगों पर महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
लखन पटले, एएसपी सिटी रायपुर