भिलाई. मौजूदा वित्तीय वर्ष वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही (1 अप्रैल- 30 जून) में स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) को 1,226.47 करोड़ रुपए का समेकित शुद्ध घाटा हुआ है। बीते वित्तीय वर्ष 2019-20 की इसी अवधि में सेल 102.68 करोड़ रुपए शुद्ध मुनाफा कमाया था। सोमवार को हुई सेल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में कंपनी के उत्पादन-उत्पादकता के साथ पहली तिमाही का परिणाम जारी किया गया। बताया गया कि समीक्षाधीन तिमाही के दौरान अप्रैल-जून की अवधि में सेल का शुद्ध लाभ 14,998.20 करोड़ से घटकर 9,346.21 करोड़ रुपए रह गया। इसकी कुल आय 11,325.10 करोड़ रुपए हुई जो एक साल पहले 14,893.07 करोड़ रुपए थी।
घाटे की दो प्रमुख वजह
1. कोरोना ने रोकी सेल की रफ्तार
कोविड-19 कोरोना संक्रमण महामारी का प्रकोप और इसे रोकने के उपायों ने सेल की आर्थिक गतिविधियों को धीमा कर दिया है। इसके कारण कंपनी के विनिर्माण कार्यों को उक्त तिमाही के दौरान कम करना पड़ा।
2. बढ़ती लागत से गिरा मुनाफे का ग्राफ
अन्य निजी स्टील उत्पाद कंपनियों की तुलना में सेल में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की है। यह एकमात्र कंपनी है जिसने पिछले साल की तुलना में लागत में वृद्धि दर्ज की है, जबकि अन्य इस्पात कंपनियों ने लागत में कमी की है।
अभी भी उम्मीदें है
वर्तमान में, बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मांग की बदौलत हाल के महीनों में इस्पात क्षेत्र के लिए परिचालन वातावरण में सुधार हुआ है। स्टील की कीमतें घरेलू स्तर पर भी बढ़ रही हैं। आगामी तिमाही में सेल को बेहतर आंकड़े हासिल करने में मदद मिल सकती है।
यह प्रयास जारी रहना चाहिए
मैनवार की सीमित उपलब्धता और बाधित आपूर्ति श्रृंखला के साथ तिमाही के बाद के हिस्से में परिचालन फिर से शुरू हो गया है। हालांकि प्रतिबंधों ने बिक्री की मात्रा और प्राप्ति पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।
अब क्या होगा
कर्मियों के वेतन समझौते की उम्मीदें जगी थी उसमें पानी फिर सकता है। अफसरों के पीआरपी और कर्मियों के बोनस पर भी असमंजस रहेगा।